
दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हालिया हमले के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। 1992 बैच के सीनियर IPS अधिकारी सतीश गोलचा को नई दिल्ली का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
कौन हैं सतीश गोलचा?
अब तक तिहाड़ जेल के डीजी रहे सतीश गोलचा, इससे पहले भी दिल्ली पुलिस के कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। उनका लंबा अनुभव इंटेलिजेंस, कानून व्यवस्था और फील्ड पोस्टिंग्स में रहा है।
वे दिल्ली पुलिस में DCP, ज्वाइंट CP और स्पेशल CP (इंटेलिजेंस) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
2020 के दिल्ली दंगे: ग्राउंड ज़ीरो का अनुभव
साल 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के समय सतीश गोलचा ही स्पेशल CP (लॉ एंड ऑर्डर) थे।
दंगे में 53 लोगों की जान गई, और 200 से ज्यादा घायल हुए थे। इस अनुभव ने उन्हें दिल्ली की संवेदनशीलता और ग्राउंड रियलिटी को गहराई से समझने का मौका दिया।
क्यों है यह नियुक्ति अहम?
दिल्ली में इस समय कानून व्यवस्था और राजनीतिक टेंशन का माहौल है। ऐसे में सरकार ने एक ऐसे अफसर को चुना है, जो:
-
फील्ड में रह चुका है
-
सिस्टम को अंदर से जानता है

-
और जटिल परिस्थितियों से निपटने का ट्रैक रिकॉर्ड रखता है।
किसे हटाया गया?
इससे पहले आईपीएस एसबीके सिंह दिल्ली पुलिस कमिश्नर के पद पर थे। अब उनकी जगह सतीश गोलचा लेंगे।
क्या कहते हैं जानकार?
विशेषज्ञ मानते हैं कि गोलचा की नियुक्ति “पॉलिटिकली सेंसेटिव माहौल” को ध्यान में रखते हुए की गई है।
उनका पुलिसिंग अनुभव, विशेष रूप से तिहाड़ जैसी हाई-सिक्योरिटी जेल को संभालना, उन्हें मौजूदा हालात से निपटने के लिए एक उपयुक्त विकल्प बनाता है।
दिल्ली जैसे राजनीतिक और सामाजिक रूप से जटिल शहर में, सतीश गोलचा की नियुक्ति यह साफ संकेत देती है कि अब सरकार कानून व्यवस्था को लेकर सख्त मूड में है।
अब देखना होगा कि क्या वे दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को नई दिशा दे पाते हैं या नहीं।
गोरखपुर की किस्मत बदलेंगे ये 3 नए हाईवे! रवि किशन-गडकरी मुलाकात
